हां तो दोस्तों मै फिर हाजिर हू आपके सामने इंदौर की एक और परत खोलने को | आपको तो पता ही है इंदौर अपने खान-पान के लिए देश में ही नहीं विदेशो...
हां तो दोस्तों मै फिर हाजिर हू आपके सामने इंदौर की एक और परत खोलने को | आपको तो पता ही है इंदौर अपने खान-पान के लिए देश में ही नहीं विदेशो में भी प्रसिद्द है. यहाँ आपको कई प्रकार के नमकीन, पोहा, जलेबी, चाट, कचोरी, और समोसा मिलेंगे | यहाँ की सबसे प्रसिद्द तो पोहा और जलेबी है |

अब आते है इंदौर के सराफा बाजार की और सराफा बाजार जहा पर आपको स्वर्ण आभूषण की खरीद फ़रोख्त की जाती है सराफा वैसे तो इन्ही स्वर्ण आभूषण और सुनारों की दुकानों के लिए प्रसिद्द है, मगर यह एक और बाट के लिए प्रसिद्द है और वह अहि यहाँ पर रात को लगने वाली खाने की दुकाने | दिन में स्वर्ण आभूषण की दुकाने सजती है तो रात होते ही यहाँ मालवा के व्यंजन अपनी शान बताते है | यहाँ पर किसी भी इन्दोरी को अपने मेहमानों, दोस्तों और परिवार वालो के साथ आने में गर्व महसूस होता है | यहाँ की रौनक रात को देखते ही बनती है | यहाँ की रौनक में नव वर्ष और त्योहारों के समय में चार चाँद लग जाते है. यहाँ पर मिलने वाले प्रमुख व्यंजन है भुट्टे की किस, बर्फ का गोला, दही बड़ा, कचोरी, समोसा, गराडू, कुल्फी, मावा जलेबी, शिकंजी, मालपुआ, माँवाबाटी, फरियाली साबूदाना खिचड़ी, मुंग का हलवा, और अब तो सर्दी के दिनों कई और विशिष्ट व्यंजन देखने को मिलेंगे इनमे सबसे ऊपर है गजक | वैसे आपके मुह में भी पानी आ रहा होगा इन सब व्यंजन का नाम सुनकर | जैसा की बताया है दिन में स्वर्ण आभूषण की दुकाने सजती है तो रात होते ही यहाँ मालवा के व्यंजन अपनी शान बताते है | एक बात करीब दो साल पहले इंदौर के शाश्कीय अमले ने सराफा को देर रात तक न खुले रहने के आदेश दिए थे मगर अब यह ख़ुशी की बात है की देर रात अपने शबाब पर आने वाला सराफा बाजार अब रात २ बजे तक खुला रहेगा ऐसा नगर सुरक्षा समिति की अनुशंषा के बाद संभव हुआ है |
अब वैसे तो सारा इंदौर ही अपने खान-पान के लिए प्रसिद्द है पर वह सब मेरे अगले लेख में तो पढियेगा जरुर. और यह लेख पसंद आए तो टिप्पणी जरुर दीजियेगा.
तो भाई अपनी सबको राम-राम |
इन जलेबियों को देखकर तो मुँह मे पानी आ गया । सराफा की बहुत सी चीज़े हमने चखी हैं ।
ReplyDeleteअगली पोस्ट मे इनके रेट भी लिखियेगा , पता तो चले कौनसी चीज़ आजकल किस दाम मे मिल रही है ।