मध्यप्रदेश से निकलने वाले अखबारों की रोचक जानकारी

मध्यप्रदेश से लगभग 7000 समाचार पत्र पंजीकृत हैं और इनमें से करीब डेढ़ हजार दैनिक समाचार पत्र हैं, जबकि शेष साप्ताहिक या मासिक हैं। वैसे इतनी बड़ी संख्या में पंजीकृत इन समाचार पत्रों के नामों पर यदि नजर डाली जाए, तो चौंके बिना नहीं रहा जा सकता।

चाँदी का जूता, चीखती दीवारें, हैरान परेशान हैवान, हैरान परेशान शैतान, एक लुटाती पुटाती भारतीय आत्मा, यह अजीबो-गरीब वाक्य किसी फिल्म का नहीं, बल्कि राज्य से निकलने वाले उन समाचार पत्रों के हैं जो नई दिल्ली में रजिस्ट्रार ऑफ न्यूज पेपर्स फॉर इंडिया के कार्यालय में पंजीकृत हैं।

राज्य में अनेक समाचार पत्रों के नाम जहाँ समय या संख्या पर आधारित हैं वहीं कुछ ने अपने या परिवार के नाम पर ही समाचार पत्रों का पंजीयन करा रखा है, जबकि कुछ ऐसे भी हैं जो निकलते तो हिंदी में हैं, लेकिन अंग्रेजी के मोहवश और कुछ ने अखबारों को भारी भरकम बनाने के लिए नाम अंग्रेजी में रख लिए हैं।

ऐसे समाचार पत्र जो निकलते तो हिन्दी में हैं लेकिन नाम अंग्रेजी का है उनमें मीडिया ऑडिटर, मीडिया इंटरनेशनल चार्ज शीट, क्लासिक न्यूज कंट्रोल रुम, काउंट डाउन, क्राईम टाइम्स, डार्क नाइट, डे टुडे, अर्न न्यूज, फ्यूज वायर, ट्वेंटी फर्स्ट सेंचुरी, मेल मेरी टाइम्स, एकुआ, मेन टुडे, नार्थ ईस्ट, वेस्ट साउथ इंडिया, ब्लैक स्नेक, मिड नाइट, ब्यूटी इंडिया, ब्लैक डायमंड, एक्शन रिपोर्टर, केबल मीडिया, सीएम न्यूज, कैमरा क्लिक, केपिटल हाइलाइट आदि शामिल हैं।

कुछ समाचार पत्र के मालिक ऐसे हैं, जो अपने या अपने परिवारजनों के नाम का मोह नहीं छोड़ पाए तथा उन्होंने अपने या परिवारजन के नाम पर ही समाचार पत्रों का पंजीयन करा लिया है।

इनमें गजनफर टाइम्स ऑफ इंडिया, सरोज एक्सप्रेस, सरोज वाणी, बेबी मंजुल, चाचा की चाह, अकबर टाइम्स, अर्चनाल प्रसून, प्रेमलता टाइम्स, प्रेमदाता, ओ. राजा, आदिबा टाइम्स, चिंटू-पिंटू टाइम्स आदि शामिल है।

राज्य में सर्वाधिक 87 समचार पत्र ऐसे हैं, जिनमें पहला शब्द मध्यप्रदेश है जैसे मध्यप्रदेश टाइम्स, मध्यप्रदेश संदेश जबकि 56 समाचार पत्रों के नाम कृषि या कृषकों से संबंधित हैं और 39 समाचार पत्र खबर तथा 23 कलम नाम से शुरू होते हैं।

नारद मुनी को दुनिया का सबसे पहला पत्रकार माना जाता है जो देवलोक में खबरों को इधर से उधर पहुँचाया करते थे तथा इसी से प्रभावित होकर जहाँ मध्यप्रदेश में नारद मुखी एक्सप्रेस और नारद रुख है वहीं नारद भ्रमण भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है।

यहाँ कुछ समाचार पत्रों के नाम समय के आधार पर भी है या संख्या से शुरू होते हैं जैसे। पीएम 10, पीएम 2, पीएम 30, टाइम्स 4 पीएम, 6 पीएम और 8 पीएम जबकि मिडनाइट भी निकल रहा है। मध्यप्रदेश में जहाँ बेरोजगार टाइम्स और बेरोजगारों का हंगामा है वहीं एक समाचार पत्र ऐसा भी है जिसका नाम ही काम दो है।

मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का समाचार पत्रों से हालाँकि कोई लेना देना नहीं है, लेकिन फिर भी यहाँ उमा कहे पुकार के और उमा लहर भी निकल रहा है।

सीक्रेट एजेंट का जिक्र होते ही जेहन में जेम्स बांड का नाम आने लगता है, लेकिन मध्य प्रदेश में सीक्रेट एजेंट विक्रांत है और यह कोई व्यक्ति नहीं बल्कि एक समाचार पत्र का नाम है। यहाँ से सीक्रेट क्राइम नाम से भी एक समाचार पत्र पंजीकृत है।

प्रदेश से प्रकाशित होने वाले अन्य समाचार पत्र जिनके नाम कुछ अजीबो गरीब कहे जा सकते हैं उनमें आ बैल मुझे मार, खुराफात, खोल दो पोल, काँच की परछाईं, कहना मान, कोतवाली के पीछे, कुट कुट, बाल की खाल, ताल बेताल, भोपाल के झटके, भोपाल पंच, ब्रम्ह पिशाच, भूत भवन, भूत समाचार, बैताल की दुनिया, बंद दरवाजा, हिप-हिप हुर्रे, डम डम डिगा डिगा, खास आदमी, गुरु घंटाल, जमाना नोट का, मेरी भी सुनो, मेरी मर्जी, लतियाओ, चंबल के शोले, चंबल की धकधक, रात का तहलका, बैखोफ नजरें, भ्रष्टाचार के काले कारनामों की खबर, कैक्टस आदि शामिल हैं।

रजिस्ट्रार ऑफ न्यूज पेपर्स फॉर इंडिया में मध्यप्रदेश से 7000 से अधिक समाचार पत्र पंजीकृत है, जिनमें से अभी कितने प्रकाशित हो रहे हैं इसकी जानकारी नहीं है, लेकिन इनमें अधिकांश समाचार पत्र मासिक, पाक्षिक और साप्ताहिक हैं, जबकि दैनिक समाचार पत्रों की संख्या डेढ़ हजार के आसपास है।

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