नमस्कार इस ब्लॉग पर लिखे हुए काफी दिन बीत गए क्या करे समय नहीं मिलता | मुझे कुछ महीनो पहले अमेरिका से एक मेल मिला जिसमे हमसे एक माताजी के मंदिर के बारे में पूछा गया मैंने अपनी जानकारी के अनुसार उन्हें कुछ नाम बताये पर वे वह नहीं थे जो वो खोज रहे थे | फिर सभी जगह पूछताछ और खोज के पश्चात मुझे इस मंदिर की जानकारी प्राप्त हुई जी हां मै इसी मंदिर की जानकारी आपको इस बार दे रहा हू |
इंदौर में वैसे तो कई मंदिर प्रचलित है और इंदौर का इतिहास भी काफी समृद्ध है इसी कड़ी में यह आगे की कड़ी होगी |
मंदिर अम्बा वाली माता के नाम से जाना जाता है और राजेंद्र नगर में स्थित है, इस मंदिर के बारे में यह प्रचलित है की यहाँ मन्नत करने के पश्चात सुनी गोद जरुर भर जाती है | यहाँ काफी दूर-दूर से लोग दर्शन के लिए आते है | यहाँ पर आरती रात के साढ़े दस (10.30) बजे होती है और मगलवार की रात्री को विशेष आरती होती है जो रात को 12 (बारह) बजे होती है |
यहाँ एक प्रवेश द्वार बना हुआ है और इससे प्रवेश करते ही दाई और मंदिर है और बाई और एक बड़ा सा कढ़ाव रखा हुआ है जिसका फोटो पास में ही लगा हुआ है | दाई और प्रवेश करते ही मंदिर अपने अपूर्ण रूप में नजर आता है यह अभी निर्माणाधीन है इसके चारो और नक्काशी किये हुए खम्भे बने हुए है और मंदिर के भविष्य का माडल भी रखा हुआ है |
माताजी की मूर्ति के चारों और जाली लगी हुई है यहाँ स्पष्ट रूप से लिखा हुआ है “महिलाओ का अंदर प्रवेश करना मना है |“ वही चौक में हवनकुंड बना हुआ है | जाली से अंदर प्रवेश करते ही आपको मूर्ति के ऊपर नारियलो की बड़ी सी माला बनी हुई है | यहाँ मंगलवार के दिन गोद भराई की रस्म भी की जाती है | यहाँ के नियमानुसार मन्नत मांगने वाले व्यक्ति को आरती में जरुर आना पढता है और मंदिर की प्ररिक्रमा करना पढ़ती है | और पांच नारियलो की माला भी अर्पित करना होती है |
यहाँ एक प्रवेश द्वार बना हुआ है और इससे प्रवेश करते ही दाई और मंदिर है और बाई और एक बड़ा सा कढ़ाव रखा हुआ है जिसका फोटो पास में ही लगा हुआ है | दाई और प्रवेश करते ही मंदिर अपने अपूर्ण रूप में नजर आता है यह अभी निर्माणाधीन है इसके चारो और नक्काशी किये हुए खम्भे बने हुए है और मंदिर के भविष्य का माडल भी रखा हुआ है |
माताजी की मूर्ति के चारों और जाली लगी हुई है यहाँ स्पष्ट रूप से लिखा हुआ है “महिलाओ का अंदर प्रवेश करना मना है |“ वही चौक में हवनकुंड बना हुआ है | जाली से अंदर प्रवेश करते ही आपको मूर्ति के ऊपर नारियलो की बड़ी सी माला बनी हुई है | यहाँ मंगलवार के दिन गोद भराई की रस्म भी की जाती है | यहाँ के नियमानुसार मन्नत मांगने वाले व्यक्ति को आरती में जरुर आना पढता है और मंदिर की प्ररिक्रमा करना पढ़ती है | और पांच नारियलो की माला भी अर्पित करना होती है |
यहाँ के फोटो को आप पास में देख सकते है | यह मंदिर राजेंद्र नगर में स्थित है यहाँ पहुचने के लिए आपको राजेंद्र नगर आकर दत्त नगर की और जाना होगा वही मोड पर आपको दत्त मंदिर नजर आएगा, दत्त मंदिर के पास वाली गली से अंदर जाने के बाद आप दूसरी गली में दाये और मुड जाये इसी गली में आपको अम्बा वाली माता का मंदिर बाई और नजर आ जायेगा | - देवेन्द्र गेहलोद